भोजन, फास्ट फूड और युवा पीढ़ी


जंक फूड हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। नियमित रूप से इनका सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, हमें इनका सेवन कम करना चाहिए।

1902 में जोसेफ हार्न और जेम्स हार्डर्ट ने न्यूयार्क शहर में एक ऑटोमैट खोला जिससे संयुक्त राज्य अमेरिका में फास्ट फूड की शुरूआत हुई। संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार बर्गर श्रृंखला व्हाइट 1921 में खोली गई थी

जंक फूड का तात्पर्य बेहद कम पोषण मूल्य वाले भोजन से है जबकि फास्ट फूड का तात्पर्य आसानी से उपलब्ध होने वाले भोजन से है। जिसे रेस्टोरेंट या कैफे से तुरंत खरीदा जा सकता है। जंक फूड हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। नियमित रूप से इनका सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती है, हमें इनका सेवन कम करना चाहिए।

ऐसा खाना जो तुरंत तैयार किया एवं परोसा जा सके फास्ट फूड कहलाता है। कभी कभार फास्ट फूड खाने से नुकसान नहीं होगा लेकिन बाहर खाने की आदत आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। फास्ट फूड त्वरित, सरल और सुविधाजनक है।

फास्ट फूड के अधिक सेवन से मोटापा, अस्थमा, सिर दर्द, दांतों में कैविटी, उच्च रक्तचाप और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। फास्ट फूड के शौकीन अक्सर इन बातों को अनदेखा कर देते है। जो उनके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकती है।

फास्ट फूड खाना छोडने के बजाए देता है कुछ खाने के विकल्प। फास्ट फूड तैयार करने में समय की बचत होती है।

जंक फूड का सेवन पाचन शक्ति को कमजोर बनाता है जंक फूड में ट्रांस फैट पाया जाता है जो लीवर में जमा हो जाता है और लीवर के कार्य को प्रभावित करता है।

 

फास्ट फूड में चाऊमीन, फ्राइज, पिज्जा, बर्गर, छोले भटूरे, लिट्टी चोखा, चाट, छोले, पावभाजी, जैसी खाने की चीजें शामिल होती है। 

4/5/2024 5:04:01 PM Book Publications 145 Views


Post comment to this article